मध्य प्रदेश स्कूल बैग नीति 2022: बच्चों को मिलेगा बोझ से मुक्ति
मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में लागू होने वाली "स्कूल बैग नीति 2022" जारी कर दी है। यह नीति बच्चों को भारी स्कूल बैग के बोझ से मुक्ति प्रदान करने के लिए बनाई गई है।नीति के मुख्य बिंदु:
- कक्षावार बस्ते का वजन:
- पहली और दूसरी कक्षा: 1.6 से 2.2 किलोग्राम
- तीसरी से पांचवीं कक्षा: 1.7 से 2.5 किलोग्राम
- छठी से आठवीं कक्षा: 2.0 से 3.0 किलोग्राम
- नौवीं और दसवीं कक्षा: 2.5 से 4.5 किलोग्राम
- नो बैग डे: सप्ताह में एक दिन "नो बैग डे" होगा, जब छात्रों को स्कूल बैग नहीं लाना होगा।
- होमवर्क:
- कक्षा दो तक के छात्रों को कोई होमवर्क नहीं दिया जाएगा।
- कक्षा तीन से पांच तक के छात्रों को प्रति सप्ताह दो घंटे होमवर्क दिया जाएगा।
- कक्षा छह से आठ तक के छात्रों को प्रतिदिन एक घंटे होमवर्क दिया जाएगा।
- कक्षा नौवीं से 12वीं तक के छात्रों को प्रतिदिन दो घंटे होमवर्क दिया जाएगा।
- व्यावसायिक कार्यानुभव: नो बैग डे पर व्यावसायिक कार्यानुभव से संबंधित गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
- 11वीं और 12वीं कक्षा: 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए बस्ते का वजन स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा विभिन्न स्ट्रीम के आधार पर तय किया जाएगा।
निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश स्कूल बैग नीति 2022 बच्चों के लिए एक सकारात्मक कदम है। यह नीति बच्चों को भारी स्कूल बैग के बोझ से मुक्ति प्रदान करेगी और उन्हें शिक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगी।
अतिरिक्त जानकारी:
- स्कूलों को नीति का पालन करना होगा: सभी सरकारी और निजी स्कूलों को इस नीति का पालन करना होगा।
- जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे निरीक्षण: जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) स्कूलों में इस नीति के पालन का निरीक्षण करेंगे।
- अभिभावकों को भी सहयोग करना होगा: अभिभावकों को भी इस नीति के सफल क्रियान्वयन में सहयोग करना होगा।
यह नीति निश्चित रूप से बच्चों के लिए फायदेमंद होगी।
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