भारत में पटाखा निर्माण कारखानों को बंद करने की मांग तेज
हरदा हादसे ने उठाए कई सवाल
E4you, मध्य प्रदेश: 12 फरवरी 2024 - मध्य प्रदेश के हरदा जिले में 11 फरवरी को हुए पटाखा फैक्ट्री विस्फोट ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद पटाखा निर्माण कारखानों को बंद करने की मांग तेज हो गई है।
विस्फोट के कारण:
- शुरुआती जांच में पता चला है कि विस्फोट पटाखों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले रसायनों के कारण हुआ था।
- कारखाने में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था।
- कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे।
विस्फोट के परिणाम:
- 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर कर्मचारी थे।
- 100 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिनमें से कई गंभीर रूप से घायल हैं।
- आसपास के कई घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है।
पटाखा निर्माण कारखानों को बंद करने की मांग:
- इस हादसे के बाद कई लोगों ने पटाखा निर्माण कारखानों को बंद करने की मांग की है।
- उनका कहना है कि ये कारखाने न केवल जानलेवा हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी हानिकारक हैं।
- पटाखों से निकलने वाले धुएं से वायु प्रदूषण बढ़ता है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है।
सरकार का रुख:
- सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
- सरकार ने पटाखा निर्माण कारखानों के लिए सुरक्षा मानकों को कड़ा करने का भी वादा किया है।
निष्कर्ष:
- हरदा हादसे ने पटाखा निर्माण कारखानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।
- सरकार को इन कारखानों के लिए सुरक्षा मानकों को कड़ा करने के साथ-साथ इनकी संख्या को कम करने पर भी विचार करना चाहिए।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- इस हादसे के बाद कई लोगों ने पटाखों के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
- उनका कहना है कि पटाखे न केवल जानलेवा और पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं, बल्कि ये पैसे की बर्बादी भी हैं।